भारत में डायबिटिक फुट अल्सर के इलाज के लिए डायल्कस लॉन्च
नोवालीड फार्मा प्राइवेट लिमिटेड द्वारा विकसित डायल्कस®, क्लिनिकल परीक्षणों में आशाजनक परिणाम दर्शाता है, जो 12 सप्ताह के बाद 60.30% अल्सर खत्म होने की दर और 24 सप्ताह के बाद 77.20% खत्म होने की दर शामिल करता है
भारत में बिक्री और वितरण के लिए सी.डी.एस.सी.ओ. द्वारा स्वीकृत डायल्कस® को भारत सरकार के संगठन बायोटेक्नोलॉजी इंडस्ट्री रिसर्च असिस्टेंस काउन्सिल (बी.आई.आर.ए.सी.) द्वारा फंड प्रदान किया गया है
शब्दवाणी समाचार, वीरवार 29 अगस्त 2024, संपादकीय व्हाट्सएप 8803818844, नई दिल्ली। आई.सी.एम.आर.-इंडायाब (2023) अध्ययन के अनुसार, भारत में लगभग 10 करोड़ लोग डायबिटीज़ (मधुमेह) से पीड़ित हैं, जबकि अन्य 13.6 करोड़ प्री-डायबिटीज़ के खतरे से जूझ रहे हैं। उक्त आँकड़ें बेहद चिंताजनक हैं, जो वर्ष 2030 तक भारत को विश्व में डायबिटीज़ का गढ़ बना देंगे।
इस गंभीर स्वास्थ्य चुनौती के जवाब में, इप्का लेबोरेटरीज़ लिमिटेड ने एक नया प्रोडक्ट डायल्कस® (Diulcus®) लॉन्च किया है। इस नॉवेल प्रोडक्ट का उद्देश्य भारत के लोगों में होने वाले डायबिटिक फुट अल्सर (डी.एफ.यू.) की चुनौतियों का समाधान करना है। डायल्कस® को नोवालीड (NovaLead) फार्मा प्राइवेट लिमिटेड द्वारा विकसित किया गया है। यह दवा पुनः प्रायोजित (रिपर्पसड)की गयी है डायबिटिक फुट अल्सर के उपचार के लिए ,जो डी.एफ.यू. के प्रबंधन में एक महत्वपूर्ण कदम है।यह प्रोडक्ट सेंट्रल ड्रग्स स्टैण्डर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइज़ेशन (सी.डी.एस.सी.ओ.) द्वारा स्वीकृत है, जिसे भारत सरकार के संगठन बायोटेक्नोलॉजी इंडस्ट्री रिसर्च असिस्टेंस काउन्सिल (बी.आई.आर.ए.सी.) द्वारा फंड प्रदान किया गया है।
इस लॉन्च कार्यक्रम में श्री अजीत जैन ,डॉ. ए.पी.एस. सूरी ,डॉ. अचिंत्य शर्मा ,डॉ. अनिल पारीक , श्री सुनील घई , श्री सुप्रीत देशपांडे सहित कई प्रतिष्ठित लोग शामिल रहे। भारत में चरण 3 के परीक्षणों में, डायल्कस द्वारा तीन महीने के उपचार के बाद 60.3% लोगों में अल्सर खत्म होने की दर के साथ प्रभावशाली परिणाम देखने को मिले। इससे भी अधिक उल्लेखनीय बात यह है कि तीन महीने के बाद उपचार रोकने के बावजूद, मरीजों ने छह महीने में 77.20% लोगों में अल्सर खत्म होने की दर हासिल की। ये परिणाम डी.एफ.यू. उपचार में फार्मास्युटिकल तैयारी के लिए अब तक देखे गए सबसे अच्छे परिणामों में से एक हैं।
लॉन्च को लेकर अपना उत्साह व्यक्त करते हुए, श्री अजीत जैन, प्रबंध निदेशक इप्का लेबोरेटरीज़ लिमिटेड, ने कहा, "डायबिटीज़ के 10% से अधिक मरीजों को अपने जीवनकाल में कम से कम एक बार डायबिटिक फुट अल्सर (डी.एफ.यू.) का सामना करना पड़ता है, जो इसे अनियंत्रित डायबिटीज़ से उत्पन्न होने वाली सबसे प्रचलित जटिलता बना देता है। इस पेटेंटयुक्त पुनः निर्मित दवा की मंजूरी इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि डी.एफ.यू. भारत में 80% से अधिक डायबिटिक फुट के विच्छेदन के लिए जिम्मेदार है। हम भारत में डी.एफ.यू. के मरीजों के लिए डायल्कस® को पेश करके बेहद खुश हैं। साथ ही, आई.पी. लाइसेंसिंग समझौते के माध्यम से नोवालीड फार्मा प्राइवेट लिमिटेड के साथ साझेदारी करके खुद को गर्वित महसूस कर रहे हैं। यह इप्का की अधूरी चिकित्सा आवश्यकताओं वाले मरीजों की सहायता करने की प्रतिबद्धता और डायबिटीज़ के उपचार पर इसके फोकस को उजागर करता है।
डॉ. ए.पी.एस. सूरी, फुट केयर विशेषज्ञ (पोडियाट्रिस्ट), ने कहा, डायल्कस® के लॉन्च के साथ, हम डायबिटिक फुट अल्सर के उपचार में एक नया अध्याय लिख रहे हैं। यह प्रोडक्ट न केवल डी.एफ.यू. के उपचार में क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है, बल्कि इससे जुड़ीं जटिलताओं, जैसे विच्छेदन, संक्रमण, और दीर्घकालिक दर्द को भी कम करने में मदद मिल सकती है। भारत में डायबिटिक फुट अल्सर की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए, यह प्रोडक्ट न केवल चिकित्सकों के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण होगा, बल्कि मरीजों के जीवन की गुणवत्ता में भी महत्वपूर्ण सुधार ला सकता है। ये प्रोडक्ट डायबिटिक अल्सर की हीलिंग में हेल्प करके उन्हें जल्दी भरने में मदद और पैरों को काटने से बचाने में कारगर है। मैं इस महत्वपूर्ण नवाचार को साकार करने के लिए इप्का लेबोरेटरीज़ लिमिटेड और नोवालीड फार्मा प्राइवेट लिमिटेड को बधाई देता हूँ और आशा करता हूँ कि यह प्रोडक्ट हमारे देश के लाखों मरीजों के लिए एक नई उम्मीद की किरण बनेगा। डायल्कस® अगस्त 2024 से शुरू हो रही इप्का लेबोरेटरीज़ लिमिटेड और नोवालीड के बीच एक विशेष आई.पी. लाइसेंसिंग व्यवस्था के माध्यम से भारत भर में डी.एफ.यू. के मरीजों के लिए उपलब्ध होगा।
Comments