स्पेस ज़ोन इंडिया और मार्टिन ग्रुप ने किया रीयूज़ेबल हाइब्रिड रॉकेट- रूमी 1 का सफल प्रक्षेपण

शब्दवाणी समाचार, रविवार 25 अगस्त 2024, संपादकीय व्हाट्सएप 8803818844, नई दिल्ली।भारत की अंतरिक्ष यात्रा में नए बेंचमार्क स्थापित करते हुए स्पेस ज़ोन इंडिया और मार्टिन ग्रुप ने सुबह 7:02 बजे तमिलनाडु के पट्टिपुलम स्थित ईसीआर बीच से देश के पहले हाइब्रिड रीयूज़ेबल रॉकेट- रूमी 1 का सफल प्रक्षेपण किया। भारतीय एरोस्पेस उद्योग में अपनी तरह की पहली उपलब्धि- रूमी 1 का अंतरिक्ष प्रक्षेपण भारत के पहले हाइड्रॉलिक मोबाइल लॉन्च सिस्टम पर हुआ, जिसने 0 से 120 डिग्री के विभिन्न कोणों पर विभिन्न लोकेशन्स से प्रत्यास्थ एवं अनुकूलित प्रक्षेपण संचालन को सक्षम बनाया। रूमी 1 रॉकेट ने ऑर्बिट में तीन क्यूब सैटेलाईट्स लॉन्च कर तथा मात्र 7 मिनट में वापस सुरक्षित लौट कर इतिहास रच दिया और रैपिड स्पेस मिशनों के लिए नए मानक स्थापित किए हैं। 

रॉकेट अपने साथ तीन क्यूब सैटेलाईट लेकर गया, जिन्हें वायुमंडल की परिस्थितियों जैसे कॉस्मिक रेडिएशन की तीव्रता, यूवी रेडिएशन की तीव्रता, हवा की गुणवत्ता आदि पर निगरानी रखने और इनसे संबंधी आंकड़े जुटाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। रॉकेट ने 50 विभिन्न पिको सैटेलाईट्स को प्रक्षेपित किया, इनमें से हर सैटेलाईट को वायुमंडल की परिस्थितियों से जुड़े विभिन्न पहलुओं जैसे कंपन, एक्सेलेरोमीटर रीडिंग, ऊँचाई, ओज़ोन स्तर, विषाक्त सामग्री तथा फाइबर्स की प्राकृतिक एवं सिंथेटिक मॉलीक्यूलर बॉन्डिंग आदि के अध्ययन के लिए डिज़ाइन किया गया है। जो पर्यावरण से जुड़े विभिन्न पहलुओं को समझने में मदद करेंगे। इस अवसर पर किंजरापु राममोहन नायडू, माननीय नागरिक उड्डयन मंत्री ने कहा, रूमी 1 का सफल लॉन्च भारत के एरोस्पेस उद्योग में बड़ी उपलब्धि है, जो अंतरिक्ष इनोवेशन में देश की बढ़ती क्षमता को दर्शाता है। सैटेलाईट को लॉन्च करने और मिनटों में वापसी के लिए सक्षम रीयूज़ेबल हाइब्रिड रॉकेट हमारी तकनीकी क्षमता को बयां करता है। मैं स्पेस ज़ोन इंडिया में हमारे प्रतिभाशाली वैज्ञानिकों एवं इंजीनियरों को बधाई देना चाहूंगा, जिन्होंने अंतरिक्ष खोज की सीमाओं को पार करने के लिए अपने आप को समर्पित कर दिया है। साथ ही हम मार्टिन ग्रुप से मिले सहयोग के लिए भी उनके आभारी हैं। यह भारत के लिए गौरव का समय है और विश्वस्तरीय अंतरिक्ष जगत में इनोवेशन की दिशा में हमारे अथक प्रयासों का प्रमाण है। सिवा वी. मेययनाथन, तमिलनाडु के माननीय पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री ने कहा, ‘‘आज हम अपने मोबाइल लॉन्च पैड से रीयूज़ेबल हाइब्रिड रॉकेट का लॉन्च कर रहे हैं, यह हमारे लिए न सिर्फ एक तकनीकी उपलब्धि है, बल्कि स्थायी भविष्य की दिशा में बड़ा कदम भी है। यह इनोवेशन अंतरिक्ष खोज की असीम संभावनाओं को अपनाते हुए पर्यावरण संरक्षण को आगे बढ़ाने के प्रयासों की पुष्टि करता है। हम एक साथ मिलकर हरित भविष्य के निर्माण की ओर अग्रसर हैं। मिशन रूमी 2024 की सफलता के लिए मैं स्पेस ज़ेन इंडिया और मार्टिन ग्रुप को बधाई देना चाहूंगा।

रूमी 1 के सफल प्रक्षेपण पर डॉ माइलस्वामी अन्नादुराई, जिन्हें ‘मून मैन ऑफ इंडिया’ के नाम से जाना जाता है, ने कहा, ‘‘मिशन रूमी की यात्रा अतुलनीय रही है, यह देखकर अच्छा लगता है कि इसने भारत की अंतरिक्ष यात्रा में नए बेंचमार्क स्थापित किए हैं। रूमी 1 रॉकेट का सफल लॉन्च और वापसी- हमारी नई पीढ़ी के वैज्ञानिकों एवं इंजीनियरों की असीम क्षमता, आपसी सहयोग एवं इनोवेशन की क्षमता का प्रमाण है। यह मिशन न सिर्फ एक बड़ी तकनीकी उपलब्धि है बल्कि भावी अंतरिक्ष परियोजनाओं के लिए प्रेरणास्रोत भी है। मैं स्पेस ज़ोन इंडिया टीम और मार्टिन ग्रुप को इस उपलब्धि के लिए बधाई देना चाहता हूं, जिन्होंने भारतीय एरोस्पेस को नई उंचाईयों तक पहुंचाया है।

डॉ आनंद मेगालिंगम, संस्थापक एवं सीईओ, स्पेस ज़ोन इंडिया ने कहा, ‘‘मुझे हमारी टीम की कड़ी मेहनत और इनोवेशन तथा रूमी 1 के सफल लॉन्च पर गर्व एवं खुशी का अनुभव हो रहा है। यह मिशन हमारे समर्पण के साथ-साथ छात्रों की प्रतिभा को भी दर्शाता है जिन्होंने अंतरिक्ष अन्वेषण को नया आयाम दिया है। यह स्पेस ज़ोन इंडिया के लिए नई यात्रा की शुरूआत है। हम भविष्य में इस तरह कई इनोवेशन्स पर काम करते रहने के लिए प्रतिबद्ध हैं। आज हासिल की गई उपलब्धि पर मुझे बहुत गर्व का अनुभव हो रहा है। इस मिशन के दौरान मार्टिन ग्रुप और चार्ल्स सर से मिले सहयोग के लिए मैं उनका धन्यवाद करना चाहता हूं। वे हमारी ताकत की बुनियाद रहे हैं और हम भावी उपलब्धियों को लेकर भी बेहद उत्सुक हैं।

रूमी 1 की सफलता पर खुशी ज़ाहिर करते हुए श्री जोस चार्ल्स मार्टिन, मैनेजिंग डायरेक्टर, मार्टिन ग्रुप ने कहा, ‘‘मार्टिन ग्रुप में हम हमेशा से आधुनिक वेंचर्स पर काम करते रहे हैं जो टेक्नोलॉजी की सभी सीमाओं को पार कर बेहतर भविष्य में योगदान दे सकें। सीएसआर के लिए हमारी प्रतिबद्धता हमें उद्योग जगत में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रेरित करती है। इसी सोच के साथ हम छात्रों को रॉकेट विज्ञान एवं अंतरिक्ष टेक्नोलॉजी में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। स्पेस ज़ोन इंडिया को समर्थन देना भी हमारी इसी सोच का परिणाम है। एरोस्पेस टेक्नोलॉजी में उनकी उत्कृष्टता सही मायनों में प्रेरणादायी है। रूमी 2024 को समर्थन देकर, हमने न सिर्फ एक स्पेस मिशन को समर्थन दिया है बल्कि शिक्षा एवं अनुसंधान के माध्यम से भावी पीढ़ियों के जीवन को बेहतर बनाने के प्रयास भी किए हैं। इस उल्लेखनीय यात्रा पर हमें गर्व है और उम्मीद करते हैं कि स्पेस ज़ोन इंडिया आने वाले समय में भी महत्वाकांक्षी छात्रों एवं समाज पर सकारात्मक प्रभाव उत्पन्न करती रहेगी।

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