एसपीजेआईएमआर ने पीजीपीडीएम बैच24 के लिये आवेदन आमंत्रित किया
• भारत के टॉप रैंकिंग वाले बी-स्कूल एसपीजेआईएमआर का 12 महीने का मॉड्यूलर प्रोग्राम सामाजिक क्षेत्र में काम कर रहे या काम करने के इच्छुक पेशेवरों के लिये है
शब्दवाणी समाचार, शनिवार 15 जून 2024, सम्पादकीय व्हाट्सप्प 8803818844, मुंबई। भारतीय विद्या भवन के एस.पी. जैन इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एण्ड रिसर्च (एसपीजेआईएमआर), ने 2025 की कक्षा (पीजीपीडीएम बैच 24) के लिये डेवलपमेंट मैनेजमेंट (पीजीपीडीएम) में अपने पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम के लिये आवेदन आमंत्रित किए हैं। यह भारत का अकेला डेवलपमेंट मैनेजमेंट प्रोग्राम है, जिसे एएमबीए और एएसीएसबी से अंतर्राष्ट्रीय मान्यता मिली है। एसपीजेआईएमआर को फाइनेंशियल टाइम्स मास्टर ने मैनेजमेंट रैंकिंग 2023 में भारत के नंबर #1 बी-स्कूल के तौर पर सम्मानित किया था। पीजीपीडीएम ने 12 साल से ज्यादा समय में 23 कोहॉर्ट दिये हैं और भारत के 23 राज्यों में 300 से अधिक संस्थाओं पर असर डाला है। पीजीपीडीएम के भूतपूर्व विद्यार्थी एनजीओ के संस्थापक, प्रमुख, ट्रस्टी और निदेशक जैसे पदों पर हैं। वे सामाजिक क्षेत्र की संस्थाओं में सामाजिक उद्यमी, सीएसआर मैनेजर, प्रोग्राम ऑफीसर्स और कंसल्टेन्ट्स भी हैं। 2024-25 के बैच24 की भर्ती प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और आवेदकों के लिये अंतिम तारीख 30 जून, 2024 तक है। प्रोग्राम 2 अगस्त, 2024 से शुरू होना है। कम आय वाले योग्य अभ्यर्थियों के लिये छात्रवृत्तियाँ भी उपलब्ध हैं।
पीजीपीडीएम के लिये आवेदन करने वाला अभ्यर्थी किसी मान्यता-प्राप्त यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट (किसी भी विषय में) होना चाहिये। उसके पास पूर्णकालिक काम करने का कम से कम दो साल का संबद्ध अनुभव होना चाहिये। कंप्यूटर की मूलभूत जानकारी उसे होनी चाहिये और अंग्रेजी भाषा समझ में आनी चाहिये, क्योंकि यही निर्देशों का माध्यम होगी। पीजीपीडीएम प्रोग्राम और आवेदन प्रक्रिया के बारे में ज्यादा जानकारी के लिये, कृपया https://www.spjimr.org/course/post-graduate-programme-in-development-management-pgpdm/ देखें। पीजीपीडीएम 12 महीने का एक मॉड्यूलर प्रोग्राम है, जो सामाजिक क्षेत्र से जुड़े या उसमें काम करने के इच्छुक पेशेवरों के लिये है। इसमें गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ), फाउंडेशनों, कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) के कामों, सरकारों के सामाजिक नीति एवं कल्याण विभागों और डेवलपमेंट मैनेजमेंट पर केन्द्रित सामाजिक उद्यमों के लोग शामिल हैं। यह अपने विद्यार्थियों को सामाजिक न्याय की दिशा में बढ़ने के लिये आवश्यक ज्ञान, कौशल एवं संभावनाओं से सशक्त करता है। यह प्रोग्राम मॉड्यूलर है और इसके विद्यार्थी अपनी-अपनी संस्थाओं में काम जारी रख सकते हैं। इस प्रोग्राम में लगभग 30 कोर्स होते हैं और यह कोर्स छह कॉन्टैक्ट पीरियड्स में पढ़ाये जाते हैं, जिनमें से प्रत्येक के लिये दो सप्ताह होते हैं। पहला, तीसरा और आखिरी कॉन्टैक्ट एसपीजेआईएमआर के मुंबई कैम्पस में होता है, जबकि बाकी तीन कॉन्टैक्ट्स ऑनलाइन होते हैं। आकांक्षी विद्यार्थियों को अपने एक संदेश में प्रोफेसर तनोज कुमार मेशराम, असोसिएट प्रोफेसर, पब्लिक पॉलिसी, डिपार्टमेंट ऑफ जनरल मैनेजमेंट, एवं चेयरपर्सन, पीजीपीडीएम ने कहा, ‘‘पीजीपीडीम ऐसे विद्यार्थियों को जीवन बदलने वाला अनुभव देता है, जो भारत में समाज के विभिन्न वर्गों और कई क्षेत्रों से आते हैं। उनका लक्ष्य मुख्य रूप से सामाजिक बदलाव के लिये काम करना होता है। इस प्रोग्राम के हर कोर्स और हिस्से को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि विद्यार्थी अपनी शिक्षा को तुरंत व्यवहारिक दुनिया में लाने के लिये मदद पाते हैं। वे खुद को, अपनी संस्थाओं और समुदायों को बदलते हैं।
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