फिल्म समीक्षा : एनिमल

शब्दवाणी समाचार, शनिवार 2 दिसम्बर 2023, (फिल्म समीक्षक : रेहाना परवीन)  सम्पादकीय व्हाट्सप्प 8803818844, नई दिल्ली। फिल्म एनिमल 1 दिसम्बर 2023 को सिनेमाघरों में प्रदर्शित होने वाली फिल्म है। इस फिल्म का निर्देशन संदीप रेड्डी वंगा, निर्माता भूषण कुमार, मुराद खेतानी, कृष्ण कुमार और प्रणय रेड्डी वंगा, केखक संदीप रेड्डी वंगा, प्रणय रेड्डी वंगा और सौरभ गुप्ता मुख्य कलाकार के रूप में रणबीर कपूर, रश्मिका मंदाना, बॉबी देओल, तृप्ति डिमरी, सुरेश ओबेरॉय, शक्ति कपूर और अनिल कपूर हैं। फिल्म एनिमल को A प्रमाण पत्र मिला जिसे सिर्फ वयस्क ही देख सकते हैं। फिल्म को देखने की वजहें यूं तो तमाम हैं लेकिन ये फिल्म दो खास वजहों से खासी दर्शनीय बन पड़ी है। एक तो रणबीर कपूर के अब तक के सर्वश्रेष्ठ अभिनय के कारण और दूसरी इसकी पटकथा इतनी चुस्त है कि फिल्म 3 घंटा 21 मिनट की होने पर भी आखिरी दृश्य तक उत्सुकता बनाए रखती है।

फिल्म एनिमल की कहानी पिता के अपने कामों में अति व्यस्त रहने के कारण कुंठा ग्रसित होते रहने वाले बालक रणविजय के भीतर भरे गुबार की कहानी है। कहानी शुरू होती है जब बुजुर्ग हो चुका एक बहुत बड़े कारोबारी साम्राज्य का मालिक अपने दोस्तों को राजकुमारी से छेड़छाड़ करने वाले बंदर की कहानी सुना रहा है। बालक बड़ा होता है तो अपनी बड़ी बहन को अपने पिता से बात करने की लगातार कोशिश करते देखता है। वजह? कॉलेज में कुछ लोगों ने उसकी रैगिंग की है। अपनी दीदी को छेड़ने वालों को वह सबक सिखाता है। कॉलेज में स्टेनगन लेकर घुस जाता है। ये सब देखकर पिता अपने बेटे को क्रिमिनल बताता है और उसे बोर्डिंग स्कूल भेज देता है। कहानी फिर आगे आती है। इस बार वहां जहां बालक की नौवीं क्लास की दोस्त की मंगनी हो रही है। वह उससे सवाल करता है। उधर, पिता अपने बेटे को घर निकाला दे देता है। लड़की अपने भाई के साथ उसके घर आती है और दोनों अमेरिका चले जाते हैं। बेटा वापस तब लौटता है जब पिता के ऊपर प्राणघातक हमला होता है। बेटा ऐलान करता है जिस किसी ने भी मेरे पापा बलबीर सिंह पर गोली चलाई है उसका गला मैं अपने हाथ से काटूंगा। लगने लगता है कि घर का भेदी ही लंका ढा रहा है, लेकिन कहानी में असली मोड़ तब आता है जब ये दुश्मनी खानदानी निकलती है।

फिल्म एनिमल में हिंसा के बीच भी कुछ सामाजिक संदेश भी छोड़ती हे। बच्चों को पिता का पैसा तो चाहिए पर उसके साथ पिता का समय भी बच्चों को चाहिए भी होता है। यह सन्देश उन पिता के लिए है जो काम में इतने व्यस्त होते हैं जब वो घर पहुँचते हैं तो बच्चा सो जाता है, और जब घर से निकलते हैं तो बच्चा सोता रहता है। फिल्म एनिमल को सिनेमाघरों में A प्रमाण पत्र के कारण पूरा परिवार एक साथ नहीं देख सकता पर दोस्तों के साथ सिनेमाघरों में जाकर फिल्म को देखा जा सकता है, इसलिए फिल्म एनिमल को खूनखराबा और मारपीट देखने वाले दर्शकों के लिए पांच में से साढ़े चार स्टार देती हूँ। और अन्य दर्शकों के लिए पांच में से चार स्टार देती हूँ।

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