लाडो सराय में मारुति सुजुकी के ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक का हुआ उद्घाटन
◆ श्री आशीष कुंद्रा (आईएएस), प्रमुख सचिव व आयुक्त, परिवहन, दिल्ली सरकार ने किया उदघाटन
◆ उद्घाटन के साथ, दिल्लीट अब ड्राइविंग लाइसेंस टेस्टिंग में पूरी तरह से हुई कम्यूसरा टराइज्डो
◆ 7 लाख से अधिक उम्मीइदवारों का किया जा चुका है मूल्याेकंन
◆ ड्राइविंग टेस्टिंग प्रक्रिया को व्यापक, फुलप्रूफ, पारदर्शी और शून्य मानव हस्तक्षेप के साथ निर्बाध बनाने के लिए 10 मिनट की अवधि के भीतर पूरा करने के लिए कई तकनीकों का किया जा रहा है इस्ते्माल
शब्दवाणी समाचार, शनिवार 20 मई 2023, सम्पादकीय व्हाट्सप्प 8803818844, नई दिल्ली। मारुति सुजुकी द्वारा लाडो सराय में बनाए गए ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक का उद् घाटन आज श्री आशीष कुंद्रा (आईएएस), प्रमुख सचिव व आयुक्त, परिवहन, दिल्ली सरकार ने किया। लाडो सराय में ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक (एडीटीटी) के चालू होने के साथ, मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड ने दिसंबर, 2017 में परिवहन विभाग, एनसीटी ऑफ दिल्ली के साथ किए गए समझौता ज्ञापन (एमओए) के अनुरूप दिल्ली में अपने सभी ड्राइविंग टेस्टब ट्रैक को सफलतापूर्वक स्व्चालित (ऑटोमेटेड) बना दिया है। समझौते के अंतर्गत, मारुति सुजुकी की भूमिका टेस्टि ट्रैक का निर्माण करना, ऑटोमेशन और आईटी सिस्टेम की स्थातपना करना और दिल्लीी सरकार को सौंपने से पहले 3 साल तक रखरखाव समर्थन प्रदान करना है।
इस अवसर पर, श्री राहुल भारती, एग्जीकक्यू टिव ऑफिसर, कॉर्पोरेट अफ़ेयर्स मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड ने कहा, “मारुति सुजुकी पिछले दो दशकों से सड़क सुरक्षा के सभी 5 स्तं,भो- इंजीनियरिंग, शिक्षा, मूल्यारकंन, प्रवर्तन और आपातकालीन देखभाल पर कड़ी मेहनत कर रही है। मूल्यारकंन के लिए तकनीक का उपयोग करते हुए मारुति सुजुकी द्वारा परिवहन विभाग, एनसीटी ऑफ दिल्लीह की भागीदारी में ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्टु ट्रैक (एडीटीटी) की स्था पना कंपनी की अपनी तरह की एक पहल है। इन एडीटीटी में, ड्राइविंग लाइसेंस उम्मीदवारों का बिना मानव हस्तीक्षेप के वीडियो एनालिटिक्सी टेक्नोटलॉजी द्वारा उनके ड्राइविंग कौशल का परीक्षण लिया जाता है, और ये सारी प्रक्रिया केवल 10 मिनट के अंदर पूरी हो जाती है। हमें ये बताते हुए खुशी हो रही है कि अपने आखिरी सेंटर के उद्घाटन के साथ, ड्राइविंग लाइसेंस टेस्टिंग में दिल्लीब अब 100 प्रतिशत कम्यू से टराइज्ड है। हमें यह अवसर, सुविधा और प्रोत्सा हन देने के लिए, हम दिल्लीट सरकार का धन्यीवाद करते हैं।
लाइसेंसिंग में ऑटोमेशन के प्रभाव के बारे में बताते हुए, श्री राहुल भारती ने कहा, “यह देखना बड़ा दिलचस्पि है कि मैनुअल टेस्टिंग विधि में, आवेदकों का पास प्रतिशत 2018 में 84 प्रतिशत था। एडीटीटी की शुरुआत और टेस्टिंग के मानकीकरण के तुरंत बाद, पास प्रतिशत तेजी से गिरकर लगभग 34 प्रतिशत रह गया, जो धीरे-धीरे सुधरकर अब 64 प्रतिशत हो गया है। इससे पता चलता है कि अब उम्मीुदवार अपने ड्राइविंग टेस्टि के लिए बेहतर तैयारी के साथ आ रहे हैं। इससे यह भी पता चलता है कि लाइसेंस केवल कुशल उम्मीिदवारों को ही दिया जाता है, ताकि सड़कों को ज्या दा सुरक्षित बनाया जा सके। टेस्टष ट्रैक्स। को केंद्रीय मोटर वाहन नियमों (सीएमवीआर) के अनुरूप आवश्यकक ड्राइविंग कौशल का मूल्यािकंन सटीकता के साथ करने के लिए डिजाइन किया गया है, जो सुरक्षित और ज़िम्मेोदार ड्राइविंग के लिए ज़रूरी है। एडीटीटी कई प्रकार के परीक्षणों के माध्यएम से उम्मीगदवारों का मूल्याककंन करता है, जिसमें चार पहिया वाहनों के लिए रिवर्स पैरेलल पार्किंग, 8-फॉर्मेशन, ओवरटेकिंग टेस्टे, ट्रैफिक जंक्शुन टेस्टक, रिवर्स पैरेलल पार्किंग, तथा ग्रेडिएंट टेस्ट् शामिल हैं। दो-पहिया वाहनों के आवेदकों को आपातकालीन ब्रेक टेस्टल और रैंप टेस्टल के साथ-साथ अपने वाहन-हैंडलिंग और नियंत्रण कौशल को साबित करने के लिए एक सर्पेंटाइन ट्रैक के चारों ओर वाहन चलाकर दिखाना होता है।
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