फर्श के सिर्फ 1 वर्ग फुट हिस्से में हो सकते हैं बीमारी पैदा करने वाले लाखों कीटाणु
◆ साइंटिफिक रिसर्च इंस्टीट्यूट, सीएसआईआर-आईजीआईबी और लाइज़ोल द्वारा किए गए अध्ययन में हुआ खुलासा
◆ साधारण फिनाइल से पोछा लगाने पर सिर्फ 50% कीटाणु नष्ट होते हैं^
◆ लाइज़ोल ऑल-इन-1 डिसइंफेक्टेंट सरफेस क्लीनर का 1 कैप साधारण फिनाइल के 3 कैप की तुलना में 99.9% कीटाणुओं को मारता है^ और 10 गुना बेहतर सफाई* प्रदान करता है
शब्दवाणी समाचार, रविवार 28 मई 2023, सम्पादकीय व्हाट्सप्प 8803818844, नई दिल्ली। भारत का अग्रणी कीटाणुनाशक ब्रांड लाइज़ोल, और भारत की अग्रणी सरकारी रिसर्च एजेंसी, काउंसिल ऑफ़ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च (CSIR) इंस्टीट्यूशन 'इंस्टीट्यूट ऑफ़ जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायोलॉजी' (IGIB) ने संयुक्त रूप से भारतीय घरों में कीटाणुओं और रोगजनकों की उपस्थिति का विश्लेषण करने के लिए एक अध्ययन किया है। अध्ययन में भारतीय घरों के फर्श पर कई तरह के कीटाणु पाए गए। रिसर्च टीम ने भारतीय घरों में कीटाणुओं की उपस्थिति का अध्ययन किया है। इसमें पाया गया है कि अलग-अलग कमरों के फर्श बीमारी पैदा करने वाले कीटाणुओं जैसे एस्चेरिचिया कोलाई, मोरेक्सेला एसपीपी, ब्रेवुंडिमोनस एसपीपी, एसिनेटोबैक्टर एसपीपी के घर होते हैं। शोध से यह भी पता चला कि हमारे घरों की सतह पर 1000 से अधिक प्रकार के बैक्टीरिया और 200 प्रकार के वायरस मौजूद हैं। पहचाने गए कीटाणु डायरिया जैसी बीमारियों और त्वचा-संक्रमण, मूत्र नली के संक्रमण, मुँहासे, आंख और रक्तप्रवाह संक्रमण के लिए जिम्मेदार हैं। IMA द्वारा लाइज़ोल ऑल-इन-1 डिसइंफेक्टेंट फ्लोर क्लीनर की सिफारिश की जाती है। यह पूरे भारत में 7 अलग-अलग सुगंधों में उपलब्ध है और ई-कॉमर्स वेबसाइट्स पर मात्र 42/- रुपये की शुरुआती कीमत पर उपलब्ध है। यह 750 मिली. और 1.8 लीटर के वैल्यू रिफिल पैक के साथ 200 मिली. से लेकर 5 लीटर तक के पैक में मौजूद है।
डॉ. राकेश शर्मा, पीएचडी, चीफ साइंटिस्ट सीएसआईआर-आईजीआईबी ने कहा, “लाइज़ोल के साथ साझेदारी में किए गए अध्ययन में भारतीय घरों के विभिन्न हिस्सों के फर्श पर पाए जाने वाले कीटाणुओं और रोगजनकों के बारे में जानकारी सामने आई है। इसी के साथ ही, अध्ययन में पाए गए कीटाणु कई बीमारियों के लिए जिम्मेदार माने जाते हैं और इसलिए अध्ययन घरों को स्वच्छ और कीटाणु मुक्त बनाए रखने के महत्व पर जोर डालता है।
श्री सौरभ जैन, रीजनल मार्केटिंग डायरेक्टर, हाइजीन, रेकिट-साउथ एशिया ने कहा, ''130 साल पुरानी वैश्विक विरासत के साथ अग्रणी डिसइन्फेक्टेंट ब्रांड लाइजॉल परिवारों की सुरक्षा और उन्हें बीमारी मुक्त रखने की दिशा में प्रयासरत है। भारतीय घरों में किया गया यह अध्ययन यहां मौजूद कीटाणु-संबंधी खतरों की पहचान करके स्वस्थ घर के निर्माण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हमारा उद्देश्य है कि स्पेशलाइज्ड क्लीनिंग सॉल्यूशंस का उपयोग करते हुए सफाई और कीटाणुओं का नाश करने की बेहतर आदतों को अपनाया जाए। इसके लिए इन आदतों के फायदों के बारे में भारतीय परिवारों को शिक्षित किया जाए और लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाई जाए। ये स्पेशलाइज्ड क्लीनिंग सॉल्यूशंस आमतौर पर उपयोग किए जाने वाले सॉल्यूशन जैसे आम फिनाइल की तुलना में बेहतर तरीके से रोगाणुओं का नाश करता है। उन्होंने आगे कहा, “भारत में, 20% से कम घर अपने फर्श को साफ करने के लिए एक स्पेशलाइज्ड फ्लोर क्लीनर का उपयोग करते हैं, जबकि अधिकांश घरों में डिटर्जेंट या सादे पानी का उपयोग किया जाता है, जो गंदगी और कीटाणुओं की सफाई में अप्रभावी होते हैं। हाल के अध्ययनों के अनुसार, व्यापक रूप से उपयोग किए जाने वाले फिनाइल भी कीटाणुओं से सुरक्षा के मामले में अपर्याप्त पाए गए हैं। ये आम फिनाइल पोछा लगाने के बाद भी 50% कीटाणुओं को पीछे छोड़ देते हैं। बेंज़ालकोनियम क्लोराइड जैसे डिसइन्फेक्टेंट एक्टिव के साथ तैयार किया गया स्पेशलाइज्ड फ़्लोर क्लीनर, जैसे लाइज़ोल, प्रत्येक पोंछे के बाद आपके फर्श पर मौजूद 99.9% कीटाणुओं को मारने के साथ कीटाणुओं से बेहतर सफाई और सुरक्षा प्रदान करते हैं।
लाइज़ोल कीटाणुनाशक फ्लोर क्लीनर भारतीय परिवारों को रोग पैदा करने वाले कीटाणुओं से सुरक्षा प्रदान करते हैं। एक स्वतंत्र लैब टेस्टिंग सामने आया है कि यह किसी भी आम फिनाइल की तुलना में काफी बेहतर है। साधारण फिनाइल में एक अलग गंध होती है जो लंबे समय तक बनी रहती है। इसी लिए लोगों के बीच यह गलत धारणा बनती है कि ये साधारण फिनाइल कीटाणुओं को मारने में बेहद प्रभावी हैं। हालाँकि, हाल ही में स्वतंत्र लैब टेस्ट से पता चला है कि वे केवल 50% कीटाणुओं को मारते हैं^। परीक्षण ने यह भी सामने आया है कि फिनाइल के 3 कैप की तुलना में लाइज़ोल के बेहतर फॉर्मूलेशन का केवल 1 कैप 99.9% कीटाणुओं का नाश करता है^ और 10 गुना बेहतर सफाई* प्रदान करता है। जूली मैककिनी, पीएचडी, आरएंडडी डायरेक्टर, माइक्रोबायोलॉजी और वायरोलॉजी, रेकिट ने कहा, "हाल ही में किए गए अध्ययन ने हमें विशिष्ट रोगाणुओं और रोगजनकों की पहचान करने में मदद की है जो पूरे भारतीय घरों के फर्श पर पाए जा सकते हैं। अध्ययन में 1000 से अधिक प्रकार के बैक्टीरिया और मल में आमतौर पर पाए जाने वाले बैक्टीरिया ई. कोलाई सहित 200 प्रकार के वायरस की पहचान की गई है। ये निष्कर्ष इस बात पर प्रकाश डालते हैं कि हमारे लिए रोजमर्रा के जीवन में फर्श की प्रभावी सफाई और कीटाणुओं का नाश करने की आदत को अपनाना बहुत जरूरी है। रेकिट में, हम ग्राहकों को कीटाणुओं और रोगजनकों से सुरक्षा देने के उद्देश्य से नए प्रोक्डट विकसित करते हैं। लाइज़ोल ऑल-इन-वन डिसइंफेक्टेंट सरफेस क्लीनर 99.9% कीटाणुओं को मारता है।
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