श्रीराम जन्म की कथा का किया भावपूर्ण वर्णन

शब्दवाणी समाचार, सोमवार 10 अप्रैल 2023, सम्पादकीय व्हाट्सप्प 8803818844, गौतम बुध नगर।सेक्टर 82 स्थित पॉकेट 7 में आयोजित श्रीराम कथा के तीसरे  दिन कथा व्यास महामंडलेश्वर पंचमानंद जी महाराज ने नारद मोह, जय विजय श्राप एवं राम जन्म की भावपूर्ण कथा सुनाई। नारद जी भगवान की तपस्या में रत हैं ऐसे में कामदेव उनकी तपस्या भंग करने का प्रयास करता है लेकिन तपस्या भंग नहीं कर पाता है। नारद को अभिमान हो जाता है और वह इस बात को ब्रम्हा जी, शिव जी और विष्णु भगवान को बताते हैं। भगवान विष्णु अपनी माया से उनका अहंकार नष्ट कर देते हैं। कथा व्यास ने राम जन्म का रोचक प्रसंग सुनाया। राजा दशरथ के कोई संतान नहीं है इससे चिंतित हो जाते हैं। गुरु से परामर्श के बाद श्रृंगी ऋषि पुत्रेष्टि यज्ञ कराते हैं जिसमे अग्निदेव खीर लेकर प्रकट होते हैं। उस खीर को तीनों रानियों में बांट दिया जाता है। समय आने पर महारानी कौशल्या के गर्भ से राम, सुमित्रा से लक्ष्मण और शत्रुघ्न और कैकई से भरत का जन्म होता है। 

अयोध्या में खुशिओं की लहर दौड़ जाती है। राजा दशरथ दोनों हाथों से राज्य के लोगों को दान देते हैं। कथा स्थल पर श्रद्धालुओं ने धूमधाम के साथ राम जन्म मनाया साथ ही संगीत की मधुर ध्वनि पर जमकर नृत्य किया। इस अवसर पर आयोजन समिति के प्रवक्ता राघवेंद्र दुबे ने बताया कि 10 अप्रैल को बाल लीला,विश्वामित्र यज्ञ रक्षा, अहिल्या उद्धार आदि प्रसंगों का वर्णन किया जाएगा। इस अवसर पर रवि राघव, देवमणि शुक्ल, एन के सोलंकी, अजय श्रीवास्तव, अंगद तोमर, सियाराम, राजेश गुप्ता, संजय पांडे, संजय शुक्ला, हरि शंकर सिंह, अमितेश सिंह, रमेश वर्मा, बृज किशोर, रमेश चंद शर्मा, हंस मणि शुक्ल, संगम प्रसाद मिश्र, गुरूमेल सिंह, विकास शर्मा, पंकज झा सहित तमाम सेक्टरवासी भक्त मौजूद रहे।

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