लालिगा और इंस्टिट्यूटो सर्वेंटीस ने स्पैनिश-हिन्दी फुटबॉल डिक्शनरी का किया अनावरण
◆ फुटबॉल के जरिये दोनों देशों के बीच रिश्तों को मजबूती देने के अपने सतत् लक्ष्य के साथ यह लालिगा का भारत में बंगाली संस्करण के बाद दूसरा अनुवाद है
शब्दवाणी समाचार, बुधवार 29 मार्च 2023, सम्पादकीय व्हाट्सप्प 8803818844, नई दिल्ली। पिछले महीने स्पैनिश-बंगाली फुटबॉल डिक्शनरी के सफल अनावरण के बाद, लालिगा ने इंस्टिट्यूटो सर्वेंटीस के साथ मिलकर नई दिल्ली के स्पेन दूतावास में स्पैनिश-हिन्दी फुटबॉल डिक्शनरी लॉन्च की है। उपस्थित लोगों के समक्ष दोनों किताबें दो देशों के बीच बेहतर क्षेत्रीय सम्बंधों को बढ़ावा देने के लिये लालिगा की एक पहल के तौर पर प्रस्तुत की गईं। डिक्शनरी भारत में स्पेन के राजदूत, महामहिम जोस मारिया रिडाओ को दिल्ली में इंस्टिट्यूटो सर्वेंटीस के निदेशक श्री ऑस्कर पुजोल और लालिगा इंडिया के प्रबंध निदेशक श्री जोस एंटोनियो काचाज़ा ने सौंपी। लालिगा सामाजिक विकास और सकारात्मक बदलाव के प्रेरक के तौर पर फुटबॉल से फायदा लेने के लिये स्थायी रूप से प्रतिबद्ध है। इस लक्ष्य की दिशा में दोनों डिक्शनरीज मौजूदा प्रशंसकों के बीच रिश्तों को गहरा बनाने, कंटेन्ट के विकास को बढ़ावा देने और भाषा की बाधाओं को दूर करने के लिये हैं।
यह डिक्शनरी लालिगा सेंटेंडर और लालिगा स्मार्टबैंक क्लबों के बारे में व्यापक जानकारी के अलावा खेल की उपलब्धियों, फुटबॉल से जुड़े कारनामों और फुटबॉल की व्यापक शब्दावली को भी शामिल करती है। इसके अलावा, यह डिक्शनरीज सार्वजनिक बातचीत को आसान बनाने के लिये सामाजिक शब्दकोश और बातचीत के दिशा-निर्देश भी देंगी। इस अवसर पर महामहिम जोस मारिया रिडाओ ने कहा बंगाली संस्करण के अलावा, हिन्दी-स्पैनिश डिक्शनरी हम दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक सम्बंधों को और भी बेहतर बनाने के लिये एक टूल का काम करेगी। फुटबॉल भारत में ज्यादा लोकप्रिय हो रहा है और यह कोशिशें न सिर्फ भारत और स्पेन के बीच मौजूदा रिश्तों को मजबूत करेंगी, बल्कि नये गठबंधनों के लिये अवसर भी निर्मित करेंगी।
लालिगा इंडिया के प्रबंध निदेशक जोस एंटोनियो काचाज़ा ने कहा, “चूंकि फुटबॉल का जुनून हम दोनों देशों को है, इसके लिये एक आधार की स्थापना हेतु हमें एकजुट करने वाले इस कारक का इस्तेमाल करने का विचार है, जिसे डिक्शनरी आगे बढ़ाएगी। भाषा की मौजूदा बाधाओं को तोड़कर हिन्दी डिक्शनरी अपनी व्यापक पहुँच के कारण देशभर में बड़ा असर डालेगी। भारतीय फुटबॉल को लेकर हमारे सपने के अनुसार चलते हुए यह डिक्शनरी सांस्कृतिक सम्बंधों को व्यापक बनाने में सहायक होगी। दिल्ली में इंस्टिट्यूटो सर्वेंटीस के निदेशक ऑस्कर पुजोल ने कहा यह किताब का दूसरा अनुवाद है और भाषा की बाधा को दूर करने तथा हमारे देशों के बीच पारदर्शी संवाद को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। ऐसे प्रयासों से हम दोनों देशों के बीच भाषा की मौजूदा बाधाओं के पार जा सकते हैं और फुटबॉल का सकारात्मक बदलाव के एजेंट के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं।
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