जनसभा संसद खंड 34, 82 और 90 शहीद नगर की साप्ताहिक सभा सम्पन्न, गुलाबी आंदोलन शपथ कार्यक्रम फिर चालु
◆ 26 जनवरी को ध्वजारोहण कर गणतंत्र दिवस मनाने के कार्यक्रम चर्चा
◆ गुलाबी आंदोलन शपथ कार्यक्रम सुचारु चले इसके लिए 8 सदस्यों की कमेटी बनाने का निर्णय
◆ गुलाबी आंदोलन दान पात्र की राशि जनसभा संसद सदस्य नहीं मांगेंगे
◆ गुलाबी आंदोलन शपथकर्ता अपने गुलाबी आंदोलन दान पात्र से हर महीने की आखरी तारीख को दान करेंगे
◆ गुलाबी आंदोलन शपथकर्ता अपने गुलाबी आंदोलन दान पात्र से हर महीने किसी मजबूर जानकार को ही देंगे अगर मिले तो मदरसे जैसी जगह दान कर सकते हैं
शब्दवाणी समाचार मंगलवार 31 जनवरी 2023, सम्पादकीय व्हाट्सप्प 8803818844, ग़ाज़ियाबाद। शब्दवाणी समाचार (हिंदी दैनिक) के स्थाई पाठकों की संस्था शब्दवाणी समाचार पाठक संघ द्वारा संचालित भारतीय मतदाताओं का अपना जनसभा संसद के खंड 34, 82 और 90, शहीद नगर की बीती रात सभा सम्पन्न हुई। जिसमें 26 जनवरी को ध्वजारोहण कर गणतंत्र दिवस मनाने के कार्यक्रम में क्या अच्छा रहा और क्या बुरा रहा उस पर चर्चा हुई। इसके बाद प्रत्येक जनसभा संसद सदस्यों को अपने साथ लगभग 10 लोगों को गुलाबी आंदोलन से जोड़ने के लिए शपथ दिलाना है। इस बार अहम फैसला यह लिया गाया की कोई भी सदस्य किसी भी शपथकर्ता को गुलाबी आंदोलन दान पात्र में जमा किया गया रूपये को गुलाबी आंदोलन में नहीं जमा करवाने के लिए वाद्य नहीं करेगा।
अगर कोई पूछे की गुलाबी आंदोलन दान पात्र में जमा रूपये का क्या करना है इस पर सबका जबाब होगा बस किसी अनजान भीख मांगने वाले को नहीं देना है और इसके बाद आप जिसको आप अच्छे से जानते हैं और वो मजबूर है आप उसको दे दें। अगर उसके बाद भी कोई नजर नहीं आता तो वो किसी मदरसे में दे सकते हैं। बस हो सके तो गुलाबी आंदोलन दान पात्र में जमा रूपये को हर महीने की आखरी तारिक में किसी को भी देकर उसके बारे में जनसभा संसद सदस्य को जरूर बता दें। ताकि अगर सम्भव हुआ तो उसकी मदद जनसभा संसद सदस्य भी कर सकता है। इसके साथ गुलाबी आंदोलन शपथ कार्यक्रम सुचारु चले इसके लिए 8 सदस्यों की कमेटी बनाने का निर्णय लिया गया है। जनसभा संसद सभा की कार्यवाही शाहिद हुसैन की अध्यक्षता में हुई इनके साथ मोहम्मद कफील, आशु मलिक, अब्दुल खलील, मोहम्मद अयाज़, सुहेल मलिक, जीशान सैफी, परवेज़ आलम, जावेद नियाजी, मोहम्मद सुभान, शकील अहमद, वसीम, इत्यादि जनसभा संसद सदस्य उपस्तिथ रहे।
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