जर्सी गाय पर प्रतिबंध लगे, वो गौ माता नहीं : गोपाल मनी
शब्दवाणी समाचार, रविवार 31 अक्टूबर 2021, नई दिल्ली। गोपाल गोलोक धाम रामेश्वरी भक्ति आश्रम ट्रस्ट द्वारा संचालित भारतीय गौ क्रान्ति मंच के तत्वाधान में गौ माता को राष्ट्र माता घोषित करवाने के उदेश्य से नई दिल्ली के जंतर मंतर पर आगामी 7 नम्बर को होने वाला राष्ट्रव्यापी जन आंदोलन की तारीख को आगे बढ़ा दिया गया है। कियोंकि कोविद पोरोटोकॉल के कारण इसे अभी तक परमिशन नहीं मिल पाया है। यह जानकारी नई दिल्ली के प्रेस क्लब ऑफ़ इंडिया में प्रेस वार्ता के दौरान भारतीय गौ क्रांति मंच के संस्थापक गोपाल मणी नई दिया। अब यह आंदोलन देशभर के सभी जिला स्तर पर किया जाएगा। गोपाल मनी नई आगे कहा हमारी 5 प्रमुख मांगे हैं जिसे सरकार को हर हालत में मानना होगा। 5 मांगो में गौ माता को राष्ट्र माता का दर्जा देना, गाय के गोबर का प्रयोग खाद के लिए, 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को देसी गाय का दूध उपलब्ध करवाएं, जर्सी गाय पर प्रतिबंध, दीन हीन गायें के रहने का प्रबंध किया जाए।
प्रेस वार्ता के दौरान गोपाल मनी नई गौ माता की महिमा बताते हुए कहा की गौ माता हमारी भारतीय सनातन संस्कृति की मूल है। वेद शास्त्रों में गाय को माँ का सम्मान है। 80 करोड़ हिन्दुओं की धार्मिक आस्था की प्रतीक है। गाय में 33 करोड़ देवी देवता का वास माना जाता है। गाय के गोबर में लक्ष्मी, मूत्र में गंगा,वास बताया गया है। गाय आध्यात्मिक ऊर्जा का देवालय है। लेकिन हमारी सरकार गाय को केवल एक अच्छा पशु समझती है हम सरकार से मांग करते हैं गाय को पशु का दर्जा ना दिया जाए। इस संवाददाता नई पूछा देश के सभी नागरिक और सरकार में बैठे लोग भी गाय को गौ माता मानते है तो अभी तक गाय को गौ माता का दर्जा क्यों नहीं मिला इस पर गोपाल मनी ने कहा असल में सरकार राज सिंघासन पर बैठी है और सिंघासन सिंह से बना है सिंह शेर को कहते हैं शेर गाय को खाता है। जब इस संवाददाता ने अगला सवाल किया क्या क्या देश की सभी गायों को गौ माता का दर्जा मिलना चाहिए तो उन्होंने कहा देश की सभी गाये गौ माता नहीं है।
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