सेठ आनन्दराम जैपुरिया स्कूल ने पाँचवे वार्षिक समारोह धरोहर का भव्य आयोजन किया
शब्दवाणी समाचार, शनिवार 30 जनवरी 2021, लखनऊ। सेठ आनन्दराम जैपुरिया स्कूल, सुशांत गोल्फ सिटी, लखनऊ में पाँचवे वार्षिक समारोह "धरोहर" का भव्य आयोजन किया गया। आज की भागदौड़ भरी ज़िन्दगी में हम अपनी संस्कृति और परम्पराओं को भूलते जा रहे हैं, जिसकी अनुपम झलक हमें "धरोहर" में प्रदर्शित होती है। सुप्रसिद्ध अन्तर्राष्ट्रीय प्रेरक वक्ता, युवा जीवन कोच और कॉरपोरेट ट्रेनर, श्री सिमरजीत सिंह कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। श्री सिमरजीत सिंह की उपस्थिति ने कार्यक्रम में चार चाँद लगा दिए । कार्यक्रम में जैपुरिया ग्रुप के चेयरमैन श्री शिशिर जैपुरिया, श्रीमती सुनीता जैपुरिया, प्रिंसिपल - श्रीमती पूनम कोचिट्टी, सम्मानित अतिथि, स्टाफ के सदस्य, छात्र, और माता-पिता उपस्थित थे। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ, इसके बाद स्वागत नृत्य "शिवोहम" प्रस्तुत किया गया। विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती पूनम कोचिट्टी ने सभी अतिथियों का औपचारिक स्वागत किया और वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की । उन्होंने उन सभी लोगों का धन्यवाद दिया जिन्होंने सेठ आनन्दराम जैपुरिया स्कूल, लखनऊ की पंचवर्षीय यात्रा में उनका साथ दिया । शैक्षिक और उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों, कर्मचारियों और खेल के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन प्रस्तुत करने वाले छात्रों का भी विवरण प्रस्तुत किया।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों का प्रारम्भ प्राचीन परम्परानुसार सर्वशक्तिमान का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए प्रार्थना गीत "मेरा आपकी कृपा से" गीत द्वारा हुआ, "धरोहर" कार्यक्रम की कड़ी को जोड़ता हुआ "देव भाषा संस्कृतम" गीत का मधुर प्रदर्शन इसका गवाह है। प्रतिभाशाली छात्रों द्वारा नीति उपदेशों और बुद्धि चातुर्यता का परिचय देती "पंचतंत्र कथा" और "चतुर बीरबल" नाटकों के खूबसूरत से और प्रभावशाली प्रदर्शन ने कार्यक्रम के समां को एक सूत्र में बखूबी पिरो लिया था । 'जल ही जीवन है' उस पानी को उपहार स्वरूप ईश्वर ने हमें दिया है, इसी महत्त्व को "पानी....." गीत द्वारा छात्रों ने मधुर गायन द्वारा प्रस्तुत किया । "वी लव यू टीचर " गीत द्वारा छात्रों ने एक शिक्षक की भूमिका और एक बच्चे के व्यक्तित्व पर उसका क्या प्रभाव पड़ता है, इस गीत प्रदर्शन ने समां बाँध दिया। "गीता सार" ने जीवन की एक समग्र समझ प्रदर्शित की । छात्रों के मुख से निकले गीता सार ने कार्यक्रम में उपस्थित समस्त श्रोतागण को पूर्णतः आश्चर्यचकित कर दिया । "भारत की अनमोल धरोहर" कार्यक्रम के साथ, मेहमानों को पूरे देश में ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के स्थानों के आभासी दौरे पर ले जाया गया। स्कूल के असाधारण नर्तकों ने भारत के समृद्ध, उज्ज्वल, विविध और जीवन्त सांस्कृतिक वस्त्रों और नृत्यों का चित्रण करते हुए विषयगत "विविधता में एकता" की अद्भुत प्रस्तुति की। कार्यक्रम अपने अन्तिम चरण की ओर बढ़ता हुआ "मुस्कुराएगा इण्डिया " ग्रैंड फिनाले का असाधारण तथा मनमोहक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया।
मुख्य अतिथि श्री सिमरजीत सिंह ने अपने संबोधन में छात्रों से आज की इस विषम परिस्थिति के सकारात्मक पक्ष की ओर उनका ध्यान आकर्षित करते हुए अपनी प्रतिभा और क्षमता को बढ़ाने का आह्वान किया। विद्यालय के हेडमास्टर श्री पंकज राठौर जी ने समस्त कार्यक्रम का धन्यवाद प्रस्ताव दिया। समस्त जैपुरिया विद्यालय परिवार के अथक प्रयासों के फलस्वरूप इस भव्य आयोजन को अपार सफलता मिली। माता-पिता अपने बच्चों के प्रदर्शन को देखकर उत्साहित थे। अभिभावकों ने इस सुन्दर कार्यक्रम की भूरि-भूरि सराहना की।
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