शिक्षा भविष्य का पासपोर्ट है : मक़सूद अहमद
शब्दवाणी समाचार शुक्रवार 27 दिसम्बर 2019 नई दिल्ली। शिक्षा भविष्य का पासपोर्ट है और अपने कल को सवांरने के लिए आज ही तैयारी करनी होगी, शिक्षा हर व्यक्ति का अधिकार है जिसे प्राप्त करने के लिए हमे निरंतर प्रयत्नशील रहना होता है, शिक्षा के माध्यम से ही आज के युवा आगे बढ़ सकते है बशर्ते उन्हें एक ऐसा संस्थान मिले जो उनका मार्गदर्शन कर पाए, आज महानगरों में तो कई संस्थान है जो बारहवीं के बाद कई कोर्स की कोचिंग देकर छात्रों को तैयार करते है, लेकिन देश में कई ऐसी जगह है जहाँ युवाओ को सही मार्गदर्शन की आवश्यकता है यह कहना है निज़ामिया एजुकेशन ग्रुप (एनईजी) के निदेशक मक़सूद अहमद का जो छात्रों को प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करते है।
मकसूद अहमद जम्मू कश्मीर के रहने वाले हैं, उन्होंने अपनी स्कूली पढ़ाई जम्मू-कश्मीर से की और पोस्ट ग्रेजुएशन लंदन स्कूल ऑफ बिजनेस, सिंगापुर से करने के बाद जब वो भारत लौटे तब उन्हें जम्मू कश्मीर में शैक्षिक संस्थानों की आवश्यकता महसूस हुई और उन्होंने एनईजी ट्रस्ट की स्थापना की, जिसमें छात्रों को छात्रवृति देने का प्रावधान रखा गया जिसका प्रॉस्पेक्टस लांच किया गया। इस अवसर पर एएएफटी यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉक्टर संदीप मारवाह ने निज़ामिया स्कॉलरशिप टेस्ट का प्रॉस्पेक्टस लांच करते हुए कहा की एनईजी पिछले कई वर्षों से जम्मू कश्मीर के छात्रों को शिक्षित कर रहा है अब इनका उद्देशय जम्मू कश्मीर ही नहीं बल्कि बिहार और उत्तर पूर्व भारत के कई क्षेत्रों में काम करना है जिसकी शुरुआत यह कर चुके है, एनईजी छात्रों को अपना लक्ष्य निर्धारित करने के लिए प्रोत्साहित करता है और मदद भी करता है इनका मानना है की आज के युवा कल के नेता भी बन सकते है और देश की तरक्की के लिए एक पढ़ा लिखा नेता होना बहुत आवश्यक है।
अपने उद्देशय को प्राप्त करने के लिए एनईजी छात्रवृत्ति परीक्षा आयोजित कर रहा है जिसमे लगभग 300 चयनित छात्रों को पूर्ण छात्रवृत्ति के साथ सम्मानित किया जाएगा और अन्य योग्य छात्रों को 2000 लैपटॉप और 3000 टैबलेट देंगे और कुछ छात्रों को आंशिक छात्रवृति से भी सम्मानित किया जाएगा। प्रदूषण मुक्त भारत और इकोफ्रेंडली इंडिया की पहल करते हुए उन्होंने छात्रों को लगभग 50 साइकिल वितरित की है। इनका उद्देश्य वर्ष 2025 तक 1,00,000 छात्रों के जीवन को चमकाना है।
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