दिल की बीमारियों के इलाज की आधुनिकतम तकनीक के बारे लोगों को जागरूक किया
शब्दवाणी समाचार वीरवार 26 सितम्बर 2019 नई दिल्ली। मौजूदा समय में गलत जीवनशैली के कारण होने वाली हृदय की बीमारियां एवं उनके उपचार की आधुनिकतम तकनीकों के बारे में जागरूकता कायम करने के लिए मैक्स हॉस्पिटल शालीमार बाग ने आज एक संवाददाता सम्मेलन आयोजित किया। दिल के दौरे तथा उसके उपचार के लिए विकसित नई विधियों के बारे में लोगों के बीच जागरूकता सबसे महत्वपूर्ण है और इसलिए इस बारे में जागरूकता बढ़ाने और उपलब्ध नवीनतम और उन्नत तकनीकों के बारे में पानीपत के लोगों को जानकारी प्रदान के उद्देश्य से यह सम्मेलन आयोजित किया गया।
गलत जीवनशैली के कारण आज अधिक से अधिक युवा विभिन्न प्रकार के हृदय रोगों की चपेट में आ रहे हैं। उन्नत उपचार तकनीकों की मदद से हृदय रोग के लक्षणों को कम किया जा सकता है ताकि हृदय प्रभावी ढंग से कार्य करे। कार्डियोलॉजी के क्षेत्र में जो आधुनिक तकनीकें विकसित हुई हैं वे हृदय की रक्त धमनियों में रुकावट से ग्रस्त और यहां तक कि अंतिम चरण में पहुंच चुके हृदय रोगियों के इलाज के संबंध में निर्णय लेने और इलाज के बेहतर परिणाम देने में काफी मददगार होती हैं।
मैक्स सुपर स्पेशिऐलिटी हॉस्पिटल शालीमार बाग के कार्डियोलॉजी के एसोसिएट डायरेक्टर एवं कैथ लैब के एचओडी डॉ नित्यानंद त्रिपाठी ने कहा अवरुद्ध धमनियों को खोलने के लिए एंजियोप्लास्टी की जाती है और स्टेंट लगाया जाता है लेकिन वैसे ज्यादातर मामलों में केवल पीटीसी प्रभावी उपचार साबित नहीं हो पाता है जिनमें धमनियों में गंभीर रूप से कैल्सियम जमा हो जाता है। मैक्स हॉस्पिटल में इन कैल्सीफाइड हिस्सों का रोटाबलेशन की मदद से सफलतापूर्वक इलाज किया जा रहा है। रोटाबलेशन में कोरोनरी धमनियों से कैल्शियम निकालने के लिए डायमंड बर का उपयोग किया जाता है और इसके बाद स्टेंट लगाया जाता है।
मैक्स हॉस्पिटल शालीमार बाग के कार्डियोलॉजी की कंसल्टेंट डॉ राषि खरे ने कहा इसके अलावा विभिन्न नई तकनीकों की मदद से कठिन मामलों में भी बीमारी का पता बीमारी के लक्षण के प्रकट होने से पहले ही चल सकता है जबकि परम्परागत तरीकों से इसका पता तब चलता है जब बीमारी बढ़ चुकी होती है। ऐसी जटिल प्रक्रियाओं के लिए हमारे पास उपलब्ध तकनीकी विशेषज्ञता के कारण उपचार की सफलता दर 90 प्रतिशत से भी अधिक होती है।
हार्ट अटैक के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली एंजियोप्लास्टी तकनीक तेजी से कोरोनरी ब्लॉकेज को खोलकर और हृदय में रक्त प्रवाह को फिर से स्थापित करके जीवन को बचाती है। एंजियोप्लास्टी कराने वाले मरीजों की बहुत कम समय में ही रिकवरी हो जाती है और प्रक्रिया के 7 दिनों के भीतर ही वे सामान्य जीवन में वापस आ सकते हैं। एंजियोप्लास्टी हार्ट अटैक के लिए तो सबसे अच्छा उपचार विकल्प है ही इसके अलावा इससे गंभीर कोरोनरी बीमारी के रोगियों का भी इलाज किया जाता हैए और यह सीने में दर्द थकावट और सांस की तकलीफ सहित गंभीर दुष्प्रभाव में कारगर तरीके से और तुरंत सुधार करती है।
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