मॉनसून में करें आखों की खास केयर : डॉ.रितिका सचदेव
शब्दवाणी समाचार बुधवार 31 जुलाई 2019 नई दिल्ली। जब भी मानसून का मौसम आता है तो मन खुश हो जाता है, लेकिन मानसून अपने साथ कई बीमारिया भी लाता है इसमें एक समस्या आँखों की भी है सीजन में आखों की विशेष देखभाल जरूरी होती है। आँखों के संक्रमण इस ही मौसम में पनपते है।
नई दिल्ली स्थित सेंटर फॉर साइट कि एडिशनल डायरेक्टर डॉ.रितिका सचदेव का कहना है कि इस प्रदूषण भरे वातावरण एवं भागदौड़ की जिंदगी में लोगों द्वारा आंखों की देखभाल के प्रति लापरवाही बरती जाती है। बरसात में होने वाली सामान्य इंफेक्षन होते है जैसे कि कन्जकटीवाईटिस, स्टाई, कॉर्नील अल्सर आदि.डॉ. रितिका सचदेव ने बताया मॉनसून के दौरान, कन्जकटीवाईटिस और स्टाई आखों की इंप्रेक्शन से लोग अधिक पीड़ित हो रहे है। कंजक्टिवाइटिस होने पर डाक्टर की सलाह जरूर लें। आखों को दिन में तीन से चार बार धोएं। घर के बाहर निकलने से पहले धूप का चश्मा लगाएं। आँखों का इन्फेक्शन रोजाना के सामानों के इस्तेमाल से आसानी से फैलता है जैसे तौलिया, रूमाल, लैंसिस, चश्मा और अन्य सामान जो एक हाथ से दूसरे हाथ जाते है। बार-बार अपनी आखों को हाथ से न छुएं। आंखों को हमेशा साफ और ठंडे पानी से धोएं।
डॉ. रितिका सचदेव के अनुसार रोग की प्रारंभिक व्यवस्था आरंभ होते ही तुरंत नेत्र रोग विशेषज्ञ की राय लें। बिना डॉक्टरी सलाह लिए कोई दवा न लें। आंखों का तेज रोशनी से बचाव करें। इस रोग की चिकित्सा केवल दो बातों पर निर्भर करती है, पहली किसी उचित विसंक्रामक द्रव से आंखों की बार-बार सफाई एवं दूसरी आंखों में सेकेन्डरी इन्फेक्शन को रोकने के लिए एंटीबायोटिक का प्रयोग। इसका प्रमुख कारण आंखों से निकलने वाले हानि कारक पदार्थों को धोना है। इस तरह आंखों को तब तक धुलना चाहिए जब तक कि आंखों से निकलने वाला पदार्थ कीचड़ पूरी तरह से साफ न हो जाए।
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