रेनो-निसान गठबंधन के साथ एमओयू पर किए हस्ताक्षर
शब्दवाणी समाचार मंगलवार 29 जनवरी 2019 नई दिल्ली। भारत के लिए तैयार रणनीति के अंतर्गत रेनो-निसान अलायंस इंडिया ने भविष्य की प्रौद्योगिकियों के लिए चेन्नई में गठबंधन के संयंत्र में अपने कामगारों को प्रशिक्षित करने के लिए नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (एनएसडीसी) के साथ मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग पर हस्ताक्षर किए। इस भागीदारी के माध्यम से एनएसडीसी उभरती हुई ऑटोमोटिव विनिर्माण प्रौद्योगिकियों में दक्षता विकसित करने में रेनो-निसान के कार्यबल की सहायता करेगी। इसके अलावा• रेनो-निसान गठबंधन मांग पक्ष से प्रोग्राम डिजाइन, विकास और रोजगार स्थायित्व के लिए एनएसडीसी नेटवर्क के साथ एक इंगेजमेंट एंड स्किलिंग एक्शन प्लान तैयार करेगा• रेनो-निसान गठबंधन ऑनसाइट लैब, प्रशिक्षण, मार्गदर्शन, इंटर्नशिप और/या विशेषज्ञ क्षेत्रों की भागीदारी के माध्यम से समर्थन मुहैया कराएगा • रेनो निसान गठबंधन के कार्यबल को एकजुट करेगा और डुअल टीवीईटी एवं अपेंटिसशिप के माध्यम से कुशलता बढ़ाने और नए सिरे से कुशलता हासिल करने की सिफारिश करेगा नेशनल स्किल डेवलपमेंट मिशन का समर्थन करने के लिए उद्योग के लिहाज से प्रासंगिक प्रौद्योगिकी, ज्ञान और कुशलता की पहचान और प्रचार करने के लिए सेमिनार, कार्यशालाओं और तकनीकी टास्क फोर्स का गठन और नेतृत्व करना • साझेदारी के पहले वर्ष में उद्देश्य 10 फीसदी कर्मचारियों को प्रशिक्षित कर भारत में रेनो-निसान गठबंधन की वृद्धि और विस्तार की योजनाओं का समर्थन करने योग्य बनाना
इस प्रयास के बारे में श्री मनीष कुमार, प्रबंध निदेशक एवं सीईओ, एनएसडीसी ने कहा, "प्रशिक्षित मानवबल की उद्योग की जरूरत को पूरा करने की हमारी कोशिश के अंतर्गत रेनो-निसान गठबंधन के साथ साझेदारी कर हम खुश हैं। पिछले कुछ वर्षों के दौरान ऑटोमोटिव और ऑटो कलपुर्जे बनाने का उद्योग काफी तेजी से वृद्धि कर रहा है। इसलिए हम भारतीय युवाओं को कुशल बनाने और उनकी कुशलता में सुधार करने और विभिन्न क्षेत्रों में वृद्धि का समर्थन करने में अप्रत्याशित संभावना देखते हैं। हम तय किए गए लक्ष्य को हासिल करने के लिए भारत में गठबंधन के साथ साझेदारी को सफल बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं
इस साझेदारी के बारे में जयकुमार डेविड, एचआर निदेशक, रेनो-निसान अलायंस इंडिया ने कहा, "भारत में ऑटोमोटिव उद्योग तेजी से बदल रहा है और ग्राहक नई पीढ़ी की प्रौद्योगिकी पर आधारित अनुभव तलाश रहे हैं। कार और मोबिलिटी सॉल्यूशन पिछले पचास वर्षों के मुकाबले अगले दस वर्षों में कहीं अधिक बदल जाएगा। रेनो-निसान अलायंस का लक्ष्य भारत में इस बदलाव का नेतृत्व करना है। हालांकि ऑटोमोटिव उद्योग के बदलाव में प्रौद्योगिकी अहम भूमिका निभाएगी लेकिन कार्यबल की कुशलता को बेहतर बनाना भी समान रूप से महत्वपूर्ण है। एनएसडीसी के साथ साझेदारी के माध्यम से, जो कॉरपोरेशन के लिए पहला है, हमारा लक्ष्य पहले वर्ष में 10 फीसदी कर्मचारियों को प्रशिक्षित करना है ताकि वे भारत में अलायंस की वृद्धि और विस्तार योजनाओं का समर्थन करने योग्य हो सकें।
2010 से अलायंस भारत में 61 अरब रुपये निवेश कर चुका है और भारत में अपनी इंजीनियरिंग, शोध एवं विकास और विनिर्माण परिचालन विकसित करने के लिए अपने गठबंधन साझेदारों के साथ काम करते हुए भारतीय बाजार पर लगातार ध्यान दे रहा है। चेन्नई में अलायंस का संयंत्र वैश्विक विनिर्माण केंद्र है जो 106 देशों को निर्यात करता है
Comments