गणतंत्र दिवस समारोह परेड में सीपीडब्ल्यूडी की पुष्पों से परिपूर्ण झांकी 2019
शब्दवाणी समाचार रविवार 27 जनवरी 2019 नई दिल्ली। सीपीडब्ल्यूडी गणतंत्र दिवस समारोह में प्रारंभ से ही भाग लेता रहा है और राजपथ पर परेड के दौरान फूलों की झांकी प्रदर्शित करता है। वर्ष 2019 को राष्ट्रपिता की 150वीं वर्षगांठ के रूप में मनाया जा रहा है। इस अवसर पर, गणतंत्र दिवस समारोह की विशेषज्ञ समिति ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के लिए इस संकल्पना को मूर्त रूप देने का निर्णय किया। सीपीडब्ल्यूडी की फूलों की झांकी थीम महात्मा गांधी द्वारा शुरू किए गए "दांडी मार्च" आंदोलन पर आधारित है और इसका शीर्षक "वंदे मातरम" है।
सीपीडब्ल्यूडी की फूलों की झांकी में विभिन्न प्रकार के फूलों, वनस्पतियों और भूमि को ढकने के प्राकृतिक माध्यमों का उपयोग किया गया है। आमतौर पर इस तरह की झांकी की संरचना को तैयार करने के लिए लगभग ढाई से तीन महीने लगते हैं और फिर इसे संवारने का कार्य किया जाता है। पुष्पों की सजावट का कार्य 25 जनवरी की सुबह से प्रारंभ किया जाता है ताकि पुष्प ताजा और खुशबूदार बने रहे। इसके लिए वरिष्ठ अधिकारियों के निरंतर पर्यवेक्षण में कुशल कर्मचारियों द्वारा ढाई से तीन लाख प्राकृतिक पुष्पों का उपयोग किया जाता है।
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